जैसे घड़े के भीतर कुम्हार का सदा हाथ है, जैसे चाँद सितारों से रौशन अँधेरी रात है, जैसे सूर्य के उदय होने से सुप्रभात है, जैसे भक्त का अपने भगवान के लिए हृदय कृतार्थ है, जैसे शिष्य के सद्-गुरु के प्रति जज़्बात है, वैसे ही मेरे महाकाल_ मेरी जिंदगी में आपका साथ है_ हर हर महादेव 413 views❥ mahadev ki bitiya ࿐, 19:37