वीरसिंह गांव में इस पुत्र द्वारा स्थापित किया हुआ भगवती विद्यालय आज भी उन अमूल्य गहनों की कथा सुना रहा है।
•• कथा सार - "स्वयं की सज्जा से अधिक समाज को संवारने की कामना ही मनुष्य को मनुष्यत्व प्रदान करती है और ऐसी मनुष्यता से भरा समाज एक सुसंस्कृत राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करता है।"
संतान के चरित्र निर्माण में माता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है
हैप्पी मदर्स डे