हिंदी व्याकरण - मुहावरे 02 कान भरना- किसी के ख़िलाफ़ किसी के मन में कोई बात बैठाना। कूच करना- जाना; प्रस्थान करना; चले जाना। ख़ून पसीना एक करना- कड़ी मेहनत करना। घोड़े बेचकर सोना- हर ज़िम्मेदारी से मुक्त हो जाना; बिल्कुल निश्चिंत हो जाना; किसी प्रकार की चिन्ता न करना। घी के दिये जलाना- अत्यधिक प्रसन्न होना; खुशियाँ मनाना; प्रसन्नता ज़ाहिर करना। चार चाँद लगाना- किसी सुन्दर वस्तु को और सुन्दर बनाना; किसी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाना; किसी को ज़्यादा मान-सम्मान देना। चैन की सांस लेना- काम निपटाकर निश्चिन्त होना; कार्य पूर्ण होने पर शान्ति महसूस करना। चोली-दामन का साथ होना- गहरी मित्रता होना; अत्यधिक घनिष्ठता होना; बहुत मधुर सम्बन्ध होना। चिकना घड़ा होना- बेशर्म होना; किसी बात का प्रभाव न पड़ना; अपमान होने पर भी अपमानित महसूस न करना; किसी की लिहाज़ न करना। चुल्लू भर पानी में डूबना- लज्जित होना; अपमानित होना। छक्के छुड़ाना- बुरी तरह हराना; अपने से बलवान पर विजय प्राप्त करना। छाती पर मूँग दलना- पास रहकर कष्ट देना। जान में जान आना- मुसीबत से निकलने पर निश्चिंत होना। जले/ घाव पर नमक छिड़कना- दुःखी को और अधिक दुःखी करना; किसी का काम खराब होने पर हंसी उड़ाना। दाहिना हाथ होना- बहुत बड़ा सहायक होना। दाँत खट्टे करना- प्रतिद्वंद्विता या लड़ाई में पछाड़ना। दुम हिलाना- दीनतापूर्वक प्रसन्नता प्रकट करना। नील का टीका लगाना- कलंक लगाना, कलंकित करना। सिर ओखली में देना- व्यर्थ ही जान-बूझकर जोख़िम में पड़ना। टोपी पहनाना- बेवकूफ़ बनाना; झाँसा देना। हवा में गाँठ लगाना- बड़े-बड़े दावे करना; असम्भव कार्य को करने का दम भरना। हाथ-खड़े कर देना- असमर्थता जताना; वक्त पर मदद से इन्कार करना। हाथ धोना- गँवा देना। हाथ पाँव मारना- प्रयास करना। पानी देना- सींचना, तर्पण करना। पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर- पास में रहकर ख़तरनाक व्यक्ति से दुश्मनी रखना। पासा पलटना- अच्छा से बुरा या बुरा से अच्छा भाग्य होना; भाग्य का अनुकूल से प्रतिकूल या प्रतिकूल से अनुकूल होना। पीठ दिखाना- कायरता दिखाना, भाग जाना, विमुख होना। पैर पसारना- फैलाना, आराम से लेटना। टोपी उछालना- अपमानित करना। ठगा-सा रह जाना- बहुत छोटा महसूस करना, अपमानित महसूस करना। 1.9K views03:32