हिंदी व्याकरण - मुहावरे 01 मुहावरे अक्ल का अंधा- मूर्ख व्यक्ति; जिसमें समझ न हो। अक्ल घास चरने जाना- समझ का अभाव होना। अक्ल का दुश्मन- मूर्ख व्यक्ति। अगर-मगर करना- आनाकानी या टालमटोल करना; बहाने बनाना। अपना उल्लू सीधा करना- अपना मतलब निकालना। अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना- अपनी प्रशंसा स्वयं करना। अपने पैरों पर खड़ा होना- स्वावलंबी होना। आस्तीन का साँप- किसी अपने या निकट व्यक्ति द्वारा धोखा देना, कपटी मित्र। आसमान से बातें करना- बहुत ऊँचा होना या तेज़ गति वाला। आँख का तारा- बहुत प्रिय होना। आँखें खुलना- जागना, वास्तविकता से अवगत होना, भ्रम दूर होना, सचेत होना। आँखें चार होना- प्रेम होना, आमना-सामना होना। आँखों में धूल झोंकना- धोखा देना। अंगार उगलना- अत्यंत क्रुद्ध होकर अपशब्द कहना। अंधे की लाठी- एकमात्र सहारा। उखड़ी-उखड़ी बातें करना- अन्यमनस्क होना या उदासीन बातें करना। उन्नीस-बीस का अंतर होना- बहुत कम अंतर होना। उल्टी गंगा बहाना- विपरीत चलना। उड़ती चिड़िया के पर गिनना- रहस्य की बात दूर से जान लेना। इज़्ज़त ख़ाक में मिलना- परिवारिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचना। ईद का चाँद होना- बहुत दिनों बाद दिखाई पड़ना। ईंट से ईंट बजाना- पूरी तरह से नष्ट करना। ईंट का जबाब पत्थर से देना- ज़बरदस्त बदला लेना; करारा जवाब देना। 1.7K views03:32