Get Mystery Box with random crypto!

Motivations Thought"

टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_motivational_suvichar — Motivations Thought" M
टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_motivational_suvichar — Motivations Thought"
चैनल का पता: @hindi_motivational_suvichar
श्रेणियाँ: कोटेशन
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 1.70K
चैनल से विवरण

प्रेरणादायक सुविचार & कहानियाँ

Ratings & Reviews

4.67

3 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

2

4 stars

1

3 stars

0

2 stars

0

1 stars

0


नवीनतम संदेश 2

2023-05-16 07:41:51 जो लड़किया बात बात
में रोती हे, और छोटी छोटी
चीजों में हार मान लेती है
वह.....


Read more........
4.7K views04:41
ओपन / कमेंट
2023-05-16 07:41:35 The Kerla Story Movie........
4.6K views04:41
ओपन / कमेंट
2023-05-16 07:41:26
अपनी माँ के नाम का पहला अक्षर पर click कीजिये देखते है आप अपनी माँ से कितना प्यार करते हो
5.4K views04:41
ओपन / कमेंट
2023-05-15 08:31:55 एक बार एक नौजवान लड़का महान दार्शनिक सुकरात के पास आया और उनसे पूछा, “सफलता का रहस्य क्या है?”

सुकरात ने उससे कहा, “मैं तुम्हें कल उत्तर दूंगा. कल तुम मुझे नदी के किनारे मिलो।”

दूसरे दिन वो लड़का सुकरात से नदी के किनारे मिला. सुकरात उसे लेकर नदी में आगे बढ़ने लगे। वे दोनो नदी में तब तक आगे बढ़ते रहे, जब तक नदी का पानी उनके गले तक न आ गया। वहाँ पहुंचकर अचानक ही सुकरात ने उस लड़के का सिर पकड़कर पानी में डुबो दिया। पानी के भीतर साँस लेने में अक्षम होने के कारण वह लड़का पानी से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा। लेकिन सुकरात की मजबूत पकड़ के सामने उसका यह संघर्ष विफल रहा।

सुकरात ने उसे तब तक पानी में डुबोये रखा, जब तक वह नीला न पड़ गया। उसे नीला पड़ता देख सुकरात ने उसका सिर पानी से बाहर निकाला। पानी से बाहर निकलते ही वह लड़का हांफते हुए तेजी से साँस लेने लगा।

उसे ऐसा करते देख सुकरात ने पूछा, “ये बताओ, जब तुम पानी के भीतर थे, तब सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?”

उस लड़के ने उत्तर दिया, “साँस लेना।”

सुकरात ने कहा, “यही सफलता का रहस्य है। जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह चाहोगे, जितना साँस लेना, तो वो तुम्हे मिल जाएगी। इसके अतिरिक्त सफलता का कोई और रहस्य नहीं है।”

Presented by- ( रामप्रवेश यादव )
8.7K views05:31
ओपन / कमेंट
2023-05-14 13:23:54 रिश्तों की ऑनलाइन डिलीवरी मिलेगी?

एक युवक को अपने पिता के साथ बैंक जाना पड़ा क्योंकि उन्हें कुछ पैसे ट्रांसफर करने थे। बैंक में जाने के बाद वहां थोड़ा समय लग गया। बैंक में जब घंटा भर बीत गया तो युवक अपने आप को रोक नहीं पाया। वह अपने पिता के पास गया और बोला: पिताजी, आप अपने अकाउंट पर इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं क्यों नहीं शुरू करवा लेते?

पिता ने पूछा: और मुझे ऐसा क्यों करना चाहिए?

बेटा बोला: यदि आप ऐसा कर लेते हैं तो आपको पैसे ट्रांसफर करने जैसे कामों के लिए बैंक में घंटों नहीं बैठना पड़ेगा। इसके बाद, आप अपनी खरीदारी भी ऑनलाइन कर सकते हैं। सब कुछ बहुत आसान हो जाएगा!

बेटा अपने पिता को इंटरनेट बैंकिंग के फायदे दिखाने को लेकर बहुत उत्साहित था।

पिता ने पूछा: अगर मैं ऐसा करता हूं, तो मुझे घर से बाहर कदम नहीं रखना पड़ेगा?

युवक ने बड़े उत्साहित होकर कहा: हां, बिलकुल। आपको कहीं नहीं जाना पड़ेगा। आपके मोबाइल पर बटन दबाकर आर्डर देने की देर है, और आपके घर पर सामान हाज़िर होगा। बेटे ने अपने पिता को बताया कि कैसे अब किराने का सामान भी घर पर पहुंचाया जा रहा है और कैसे अमेज़न जैसी कंपनियां इंसान की ज़रूरत का हर सामन घर पहुंचा देती हैं! ये सब सुनने के बाद पिता ने जो जवाब दिया उससे बेटे की जुबान पर ताला लग गया।

उसके पिता ने कहा: आज, जब से मैंने इस बैंक में प्रवेश किया है, मैं अपने चार दोस्तों से मिल चूका हूं। पैसे ट्रांसफर करवाने के दौरान मैंने बैंक के कर्मचारियों के साथ थोड़ी देर बात की और वो अब मुझे अच्छी तरह से जानते हैं। तुम्हारे जाने के बाद, मैं बिलकुल अकेला हूं। और मुझे इसी तरह की कंपनी की जरूरत है। मुझे तैयार होकर बैंक आना अच्छा लगता है। समय की दिक्कत तुम्हारी पीढ़ी को होगी, मेरे पास पर्याप्त समय है। मुझे चीज़ों की नहीं, मानवीय स्पर्श की ज़रूरत महसूस होती है।

जवाब सुनकर युवक को झटका लगा।

पिता में आगे कहा: दो साल पहले मेरी तबीयत खराब हो गई थी। जिस दुकानदार से मैं फल ख़रीदता हूँ, उसे पता चला तो वह मुझसे मिलने आया और मेरे हालचाल पूछ कर गया। तुम्हारी माँ कुछ दिन पहले मॉर्निंग वॉक के दौरान गिर पड़ी थी। तो जिस व्यक्ति से मैं किराने का सामान लेता हूँ उसने देखा तो वह तुरंत अपनी कार में तुम्हारी मां को घर छोड़कर गया। तो बेटा, अगर मैं सब कुछ ऑनलाइन लूंगा, तो क्या मेरे पास इस तरह का 'मानवीय' स्पर्श होगा?

बेटा कुछ बोलता इससे पहले पिता ने कहा: मैं नहीं चाहता कि सब कुछ मुझ तक पहुंचाया जाए और इसके लिए मैं अपने आप को सिर्फ बेज़ुबान, बिना भावनाओं वाले कंप्यूटर से बातचीत करने के लिए सीमित और मजबूर कर लूँ। जिससे मैं कुछ खरीदता हूँ, वो मेरे लिए सिर्फ एक 'विक्रेता' नहीं, उससे मेरे मानवीय संबंध बनते हैं। और ये रिश्ते ही हमें इंसान बनाते हैं, हमारी मानवीय ज़रूरतों को पूरा करते हैं, हमें ज़िंदा महसूस करवाते हैं।

अंत में पिता ने पूछा:- क्या कोई कंपनी रिश्ते भी ऑनलाइन डिलीवर करती है?

तो बात का सार ये है कि टेक्नोलॉजी से ज़िंदगी सुविधाजनक तो की जा सकती है लेकिन उसके सहारे गुजारी नहीं जा सकती। इंसान सामाजिक प्राणी है। उपकरणों के साथ कम और लोगों के साथ अधिक समय बिताएं।
10.2K views10:23
ओपन / कमेंट
2023-05-14 13:23:45
बहुत खूबसूरत कहानी पढ़िए....
हर दिन माता-पिता का दिवस है

Join Us
...
'Jokes Unlimited'
9.0K views10:23
ओपन / कमेंट
2023-05-14 13:22:37 जो लड़किया बात बात
में रोती हे, और छोटी छोटी
चीजों में हार मान लेती है
वह.....


Read more........
8.8K views10:22
ओपन / कमेंट
2023-05-14 13:22:37
Happy Mother's Day

https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl
https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl
https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl
https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl
https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl
https://t.me/+kI2XCd6nGKwyZjhl

जुड़िये अगर माँ से प्रेम करते होंगे तो
9.0K views10:22
ओपन / कमेंट
2023-05-14 13:22:16
अपनी माँ के नाम का पहला अक्षर पर click कीजिये देखते है आप अपनी माँ से कितना प्यार करते हो
10.2K views10:22
ओपन / कमेंट
2023-05-13 05:34:19 जो लड़किया बात बात
में रोती हे, और छोटी छोटी
चीजों में हार मान लेती है
वह.....


Read more........
1.1K views02:34
ओपन / कमेंट