2021-05-23 15:32:02
हिंदी व्याकरण - युग्म शब्द 2
महत्त्वपूर्ण युग्म–शब्द :
• अंगार – अंगारे
अगार – आगे
• अंचल – साड़ी का छोर
अंचला – साधुओँ का एक वस्त्र
• अंचित – गूंथा हुआ, पूजित
अचित् – जड़, चेतन रहित
• अंजित – काजलयुक्त
अजित – जो जीता न गया हो
• अंजन – काजल
अजन – अजन्मा, निर्जन
• अंतर – फर्क
अतर – इत्र
• अंगद – बालिपुत्र, बाजूबन्द
अगद – नीरोग
• अनल – आग
अनिल – हवा
• अचल – पर्वत
अचला – पृथ्वी
• अचर – न चलने वाला
अचिर – शीघ्र, नवीन
• अथक – जो न थकता हो
अकथ – अकथनीय
• अनादि – जिसका आरम्भ नहीँ है
अन्नादि – अन्न वगैरह
• अभिहित – कहा हुआ
अविहित – अनुचित
• अपत्य – संतान
अपथ्य – निषिद्ध भोजन
• अर्थ – धन
अर्द्ध – आधा
• अनिष्ट – बुरा
अनिष्ठ – निष्ठा रहित
• अनु – पीछे
अणु – छोटा कण
• अविराम – लगातार
अभिराम – सुन्दर
• अर्चन – पूजा
अर्जन – संग्रह
• अंस – कन्धा
अंश – हिस्सा
• अवलम्ब – सहारा
अविलम्ब – शीघ्र
• अविज्ञ – मूर्ख
अभिज्ञ – विद्वान
• अन्त – समाप्ति
अन्त्य – अन्तिम
• अजर – जवान, देवता
अजिर – आँगन, बाड़ा
• अभिनय – अनुकरण
अभिनव – नया
• अपर – दूसरा
अवर – नीचे का
• अपहार – अपहरण
उपहार – भेँट
• अब्ज – कमल
अब्द – वर्ष
• अभद्य – भेद का अभाव
अभेद्य – जो तोड़ा न जा सके
• अमल – बिना मैल
अम्ल – तेजाब
• अमूल – बिना जड़ का
अमूल्य – अनमोल
• अवयव – अंग
अव्यय – अविकारी शब्द
• अवरोध – रुकावट
अविरोध – बिना विरोध के
• अशोच – शोक रहित
अशौच – अशुद्ध
• अलि – भौँरा
आली – सखी
• अम्बुज – कमल
अम्बुद – बादल
• अशीलता – दुराचरण
असिलता – तलवार
• अनूदित – अनुवाद किया हुआ
अनुद्यत – तैयार न होना
• अवदान – योगदान
अवधान – ध्यान देना
• अम्ब – आम्र वृक्ष
अम्भ – जल
• अर्घ – मूल्य
अर्घ्य – पूजा
• अरि – शत्रु
अरी – संबोधन (स्त्री.)
• अचार – आम आदि का अचार
आचार – आचरण
• अगम – पहुँच से बाहर
आगम – उत्पत्ति शास्त्र
• अतल – तल रहित
अतुल – बिना तुलना के
आतुल – अनुभव
• अपमान – निरादर
उपमान – जिससे समानता
• अपेक्षा – तुलना मेँ
उपेक्षा – तिरस्कार
• अग – न जलने वाला
आग – अग्नि
• अगत – बुरी गति
आगत – आया हुआ
• अगर – यदि, एक वृक्ष
आगर – समूह
• अगला – आगे का
अर्गला – सिटकनी – रोपने की कील
• अजन्म – जिसका जन्म न हो
आजन्म – जीवन भर
• अजय – जो न जीता जाये
अजया – भांग, बकरी
• अतन्त्र – तन्तुहीन, नियंत्रण रहित
अतन्द्र – आलस्य रहित
• अक्ष – धुरी
अक्षि – आँख
• अवधि – नियत समय
अवधी – एक बोली
• अग – स्थिर
अघ – पाप
• अवन – नीचे उतारना
अवनि – धरती
• असक्त – असमर्थ
आसक्त – मोहित
• अजु – सरल
रज्जु – रस्सी
• अभय – भय रहित
उभय – दोनोँ
• अयुक्त – अनुचित
आयुक्त – कमीश्नर
• अनुसार – अनुरूप
अनुस्वार – ( ं /ँ )
• अस्त – डूब जाना
अस्तु – अच्छा, खैर
• अपकार – बुराई करना
उपकार – भलाई करना
• अन्न – अनाज
अन्य – दूसरा
• असित – काला
अशित – खाया हुआ
• अंक – गोद
अंग – देह का भाग
• अश्व – घोड़ा
अश्म – पत्थर
• अपचार – अपराध
उपचार – इलाज
• अन्याय – गैर-इंसाफी
अन्यान्य – दूसरे-दूसरे
• अवसान – अंत
आसान – सरल
• आकर – खजाना
आकार – बनावट
• आभरण – गहना
आवरण – ढकना
• आदि – प्रारम्भ
आदी – अभ्यस्त, आदत
• आसन – बिछौना
आसन्न – समीप
• आधि – मानसिक कष्ट
आधी – आधा का स्त्रीलिँग
• आर्त्त – दुःख
आर्द्र – गीला
आर्द्रा – एक नक्षत्र
• आपात – पतन
आपाद – चरण से
• आभार – अहसान
अभार – भार से रहित
• आभाष – भूमिका
आभास – झलक
• आयत – विशाल, एक चतुर्भुज
आयात – विदेशी माल मंगाना
• आर्द्र – गीला
आद्रा – अदरक – एक नक्षत्र
• आलय – घर
अलेय – जिसका लय न हुआ हो
• आहुति – बलि, हवन की चीज
आहूति – बुलाना
• आयास – प्रयत्न
आवास – निवास
• आवृत्ति – दोहराना
आवृत – घिरा हुआ
• इतर – दूसरा
इत्र – पुष्पसार
• इति – समाप्ति
ईति – दैव आपत्ति
• इन्दरा – इंद्र की पत्नी
इन्दिरा – लक्ष्मी
1.7K viewsकृष्ण कौशिक, 12:32