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​ब्रह्ममुहूर्त-ध्यान कक्षा :- 17 नवम्बर 2021 ( सुबह 430 - 53 | 🎧 Hindi Audio Book📚

ब्रह्ममुहूर्त-ध्यान कक्षा :-
17 नवम्बर 2021 ( सुबह 430 - 530 )

◇ Pineal gland ( पीनियल ग्रंथि ) का ध्यान के क्षेत्र में क्या महत्व है?

उत्तर ~ दोनों आंखों के मध्य अगर कोई काल्पनिक सुराख की जाये और सिर में एक सूराख बगल से की जाये। जहाँ दोनों सूराख का मेल होगा। वहीं एक ग्रंथि है जिसे pineal gland कहते हैं। इस ग्रंथि से एक स्राव होता है जो मस्तिष्क एवं शरीर गतिविधियों को नियंत्रित करने महत्पूर्ण भूमिका निभाता है।

यह ग्रंथि प्रकाश से संवेदनशील होता है, हमारी आँखों की तरह प्रभावित होता है। दोनों भौंहों के बीच अर्थात आज्ञा चक्र ठीक पीछे ( जहाँ बिन्दी या टीका लगाते हैं ) स्थित होने के कारण इसे तीसरे नेत्र की संज्ञा दी गई है। आज्ञा चक्र के ऊपर ध्यान करके इसकी ऊर्जा को बढ़ायी जा सकती है और नियंत्रित भी किया जा सकता है। जिसके आधार पर शरीर और मन पर नियंत्रण किया जा सकता है।

◇ ध्यान के लिए निश्चित समय, स्थान एवं आसान का क्या महत्व है ?
उत्तर ~ इसे समझने के लिए एक उदाहरण से समझो।
तुम रोज़ 9 बजे रात्रि भोज करते हो, तुम ठीक समय से टेबल पर आकर बैठ गए हो। इन्तेज़ार कर रहे हो तभी माँ ने कहा थोड़ा समय लगेगा, कुछ देर बाद फिर से बोला 10 मिनट और।

तुम्हारी भूख बढ़ती जा रही है। क्या तुम्हें मालूम है, अगर समय तुम्हारे रोज के रात्रिभोज का ना होता और तुम टेबल पर इन्तेज़ार ना कर रहे होते तो भूख की तीव्रता कम होती। या किसी दूसरे काम में व्यस्त होते और समय का ज्ञान ना होता तो शायद भूख इतनी तेज ना लग रही होती ।

ठीक उसी प्रकार जब एक निश्चित समय, स्थान एवं आसन का प्रयोग ध्यान के लिए करोगे तो वह सारी चीजें तुम्हें ध्यान करने में मदद प्रदान करेगी। तुम्हारा शरीर निश्चित समय, स्थान एवं आसन को पाकर स्वयं को ध्यान साधना के लिए तैयार करने लगता है।

जैसे नदी की धारा में तैरने पर नदी का प्रवाह तुम्हारी मदद करता है।

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