हाँ वह आता तो है मेरे पास (कामदेव) भी, परन्तु उसे मेरे मकान (अ | ब्रह्मचर्य
हाँ वह आता तो है मेरे पास (कामदेव) भी, परन्तु उसे मेरे मकान (अर्थात मन) के बाहर ही खड़े रहना पड़ता है क्योंकि वह मुझे कभी भी खाली ही नहीं पाता है। यह वाक्य किस ब्रह्मचारी ने बोला?