प्र. ८७. मनुष्य जीवन की असफलता का लक्षण क्या है ? उ. जिस मनुष | ब्रह्मचर्य
प्र. ८७. मनुष्य जीवन की असफलता का लक्षण क्या है ?
उ. जिस मनुष्य के जीवन में सुख, शान्ति, सन्तोष, तृप्ति, निर्भीकता, स्वतन्त्रता नहीं होती है यह जीवन असफल होता है चाहे उसके पास में कितना ही धन सम्पत्ति, रूप, बल, विद्या, प्रतिष्ठा, सम्मान, पश, कीर्ति क्यों न हो।
@vaidic_gyan