The Poem: तेरी मुस्कुराहट मुस्कुराहट कोई खेल नही यह तो खुद | Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
The Poem: तेरी मुस्कुराहट
मुस्कुराहट कोई खेल नही यह तो खुदा का तोहफा है ज़रा इसकीं कद्र करना थोड़ी
इसकीं फिक्र रखना
क्योंकि ए दोस्त तेरे मुस्कुराने से न जाने कितनों की ख्वाहिशो के आफताब उदय होते है
न जाने कितनों की दर्द औऱ पीड़ा के आलम का बादल छंटता है
तेरे हँसने से लाखों जिंदगियां रोशन होती है तेरे मुस्कुराने से न जाने कितनो की नाउम्मीदी का काला साया हटता है..
यह तो तेरा बड़प्पन है की तू इस अदा को भी हँसकर टाल देता है
मगर मैं जानता हूँ कि तू बस इतने मे ही न जाने कितनों का जीवन संवार देता है
तुझे पता भी नही ओ मासूम यार मेरे(2
तेरी मुस्कुराहट से कितना सुकून मिलता है...
कैसे बया करू उस एहसास को मैं इन चंद शब्दो मे जब तेरा
हर एक लब खिलता है हर एक लब खिलता है
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शिक्षा:- MY DEAR UNIQUE आप बहुत स्पेशल है। आपकी मुस्कान आपकी ताकत है। मुस्कुराहट आपके मुखड़े पर ईश्वर के हस्ताक्षर है... अतः मुस्कुराते रहिये ज़िन्दगी भी मुस्कुराने लगेगी...