आप वो सबकुछ कर सकते हो, जो आपने सोच लिया है, और आप वो सब भी सोच सकते हो, जो आपने अब तक सोचा भी नही। चाहे वो कितना ही बड़ा क्यों न हो किंतु परन्तु अगर मगर काश IF But की ज़रूरत नही???? क्या?, कैसे ?, कब तक, .? कहाँ? , कितना? आदि की भी .चिंता त्याग कर सबसे विराट चिंतन किया जा सकता है..... जॉइन soon- http://t.me/brahmacharya 4.1K viewsedited 09:33