नारी के सम्मान के प्रति समर्पित हर युवा महान व्यक्तित्व का हकदार है वस्तु समझकर जिसने भी भोगा किसी नारी को तब पृकृती बड़े जटिल जटिल उसे रोग देती है करे जो आराधना इनके चरणकमलों की बस उन्हें ही माँ भगवती विश्वपरिवर्तन का राजयोग देती है (यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:) 2.1K views11:12