क्या आपने कभी कहीं सुना या देखा था कि मंदिर के ऊपर दरगाह या दर | Abhijeet Srivastava
क्या आपने कभी कहीं सुना या देखा था कि मंदिर के ऊपर दरगाह या दरगाह के नीचे मंदिर बना हो ?
जी हां.. गुजरात के पावागढ़ में कालिका माता के मंदिर को तोड़कर गर्भ गृह के ऊपर मंदिर के शिखर पर 500 साल पहले मुस्लिम आक्रांता सुलतान महमूद ने दरगाह बना दी थी! जिसे 500 साल बाद मोदीजी के प्रयासों से मंदिर के शिखर से हटाया गया है और कालिका माता का भव्य मंदिर बनवा कर मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहरायी गई है।
तुलसीदास जी कहते हैं, जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी!
मैं हमेशा कहता हूं कि मोदीजी कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है! मुझे मोदीजी के चेहरे में ईश्वरीय तेज दिखायी देता है! भगवान ने इन्हे धर्म की पुनर्स्थापना के लिए इस धरती पर भेजा है! मैं खुद को धन्य मानता हूं कि मैं इन महापुरुष के कालखंड को अपनी आंखों से देख रहा हूं, धर्म की पुनर्स्थापना होते देख कर मन गौरवान्वित हो उठता है!
अपने 8 वर्ष के कार्यकाल के दौरान इन महापुरुष ने कई मंदिरों का सौंदर्यीकरण करवाया है!
इस्लामिक मुल्क आबूधाबी में मंदिर की नीव रखने वाले महापुरुष मोदीजी ही है! बांग्लादेश में 51 शक्तिपीठों में से एक यशोरेश्वरी काली मंदिर का भी भव्य जीर्णोद्धार करवा रहे हैं!
नेपाल से लेकर श्रीलंका तक, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हमारी धार्मिक सांस्कृतिक विरासत को भव्य और सुंदर बना रहे हैं!