*अध्यात्म का उद्देश्य होता है कि* *वो आपके मन की अशांति को* *शांति से जोड़ने वाला पुल बना।* और वो पुल कहीं संसार में, किसी समुद्र में नहीं होगा, वो पुल आपके मन के भीतर होगा, वो पुल आपके भवसागर पर बनेगा। *भवसागर हमारे भीतर होता है,* *उसी के पार जाना है।* 1.2K views11:51