*ऐसा नही है कि समय में* *मुक्ति अपने आप मिल* *जाएगी* *नहीं!* लेकिन समय के साथ बंधन अपनेआप मिल जायेंगे। मुक्ति तो श्रमपूर्वक प्राप्त करनी पड़ती है। बंधन बैठे बिठाए मिल जाते हैं। 215 viewsedited 05:33