*अपने-आपको जानने का तरीका* *ये है कि अपनी हरकतों पर नज़र रखो,* तुम्हें पता चल जायेगा कि तुम कौन हो। देखो कि आज पूरा दिन बीता कैसे तुम्हारा, देखो कहाँ-कहाँ मूर्ख बने और कहाँ-कहाँ तुमने किसी को मूर्ख बनाने की चेष्टा की। देखो कितनी बार अपने वचन पर कायम नहीं रह पाए हो। देखो कितनी बार डर जीत गया है तुमसे। *फिर समझ जाओगे कि* *कितने होश में हो और* *कितने बेहोशी में हो।* 589 views03:07