अगर तुम अपेक्षा ही छोड़ दो, तो तुम्हें क्या कोई दुख दे सकेगा? इ | Aasan hai !!
अगर तुम अपेक्षा ही छोड़ दो, तो तुम्हें क्या कोई दुख दे सकेगा? इसे बहुत सोचना। इस पर मनन करना, ध्यान करना। अगर तुम अपेक्षा छोड़ दो, कोई मांग न रहे--क्योंकि तुम जाग गए कि मिलना किसी से कुछ भी नहीं है--तो तुम अचानक पाओगे तुम्हारे जीवन से दुख विसर्जित हो गया। अब कोई दुख नहीं देता। सुख न मांगो तो कोई दुख नहीं देता। "
#satya_ka_pathik