1. तार-सप्तक-1943 ई. (1) अज्ञेय (2) नेमिचंद्र जैन (3) रामविलास शर्मा (4) मुक्तिबोध (5) भारत भूषण अग्रवाल (6) प्रभाकर माचवे (7) गिरिजा कुमार माथुर Trick:- ‘अज्ञेय ने नेमि राम से मुक्ति पाने के लिए भारत प्रभाकर को गिरा दिया।’ नोट:- 1. ‘तार-सप्तक’ को ही ‘प्रथम सप्तक’ भी कहा जाता है। 2. हिन्दी साहित्य में ‘आधुनिक संवदेना का सूत्रपात’ ‘तार सप्तक’ (1943 ई.) के प्रकाशन से ही माना जाता है। 2. दूसरा-सप्तक- 1951 ई. (1) हरिनारायण व्यास (2) धर्मवीर भारती (3) रघुवीर सहाय (4) शकुन्तला माथुर (5) नरेश मेहता (6) शमशेर बहादुर सिंह (7) भवानी प्रसाद मिश्र Trick :- हरि धर्म के लिए रघुवीर ने शकुन्तला को नरेश सिंह के भवन से निकाल दिया। 3. तीसरा-सप्तक-1959 ई. (1) कुँवर नारायण (2) केदारनाथ सिंह (3) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (4) विजय देव नारायण साही (5) कीर्ति चैधरी (6) प्रयाग नारायण त्रिपाठी (7) मदन वात्स्यायन Trick:- कुँवर केदार के सर्व विजय की कीर्ति प्रयाग से लेकर मदनपुर तक फैल गयी। 4. चौथा -सप्तक-1979 ई. (1) अवधेश कुमार (2) राजकुमार कुंभज (3) श्रीराम वर्मा (4) राजेन्द्र किशोर (5) नन्दकिशोर आचार्य (6) सुमन राजे (7) स्वदेश भारती Trick:- अवधेश के राजकुमार श्रीराम ने राजेन्द्र नन्दकिशोर को सुमन के साथ स्वदेश भेज दिया। तार सप्तक विशेषः तार सप्तकों में प्रथम महिला- शकुन्तला माथुर (दुसरे तार सप्तक से) तार सप्तकों में कुल महिला- 3 तार सप्तकों में राजस्थान से – नन्दकिशोेर आचार्य तार सप्तकों में पति-पत्नि- गिरिजा कुमार माथुर,शकुन्तला माथुर 395 views04:00