रीतिकाल से पहले के रीतिग्रंथ (भक्तिकालमें रचित रीतिग्रंथ) ══ | हिंदी सहित्य / Hindi Sahitya
रीतिकाल से पहले के रीतिग्रंथ (भक्तिकालमें रचित रीतिग्रंथ)
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कवि ग्रंथ विक्रम संवत्
कृपाराम हिततरंगिणी सं. 1598 (1541 ई.)
सूरदास साहित्यलहरी सं. 1607 (1550 ई.)
नन्ददास रसमंजरी सं. 1608 (1551 ई.)
मोहनलाल श्रृंगारसागर सं. 1616 (1559 ई.)
करनेस कर्णाभरण, श्रुतिभूषण, भूपभूषण
सं. 1636 (1579 ई.)
बलभद्र मिश्र नखसशिख सं. 1640 (1583 ई.)
रहीम बरवै नायिकाभेद सं. 1640 (1583 ई.)
केशवदास रसिकप्रिया सं. 1648 (1591 ई.)
कविप्रिया सं. 1658 (1658 ई.)
मोहनदास बारहमासा सं. 1650 (1593 ई.)
हरिराम छन्द रत्नावली सं. 1651 (1594 ई.)
बालकृष्ण -रामचन्दप्रिया (पिंगल) सं. 1657 (1600 ई.)
मुबारक अलक शतक, तिलक शतक
सं. 1660 (1603 ई.)
गोप अलंकार चन्द्रिका सं. 1670 (1613 ई.)
लीलाधर नखशिख सं. 1676 (1619 ई.)
ब्रजपति भट्ट रंगभावमाधुरी सं. 1680 (1623 ई.)
छेमराज फ़तेहप्रकाश सं. 1685 (1628 ई.)
सुन्दर सुन्दर श्रृंगार सं. 1688 (1631 ई.)
सेनापति षड्ऋतुवर्णन सं. 1700 (1643 ई.)
अब के सुकवि रीझि हैं तो कविताई है, न तु राधा कन्हाई सुमिरन को बहानो है। ౼भिखारीदास
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