जहाँ लगे सब खत्म हो गया समझो वही तुम्हारा प्रारंभ है, डर कर कभी भी हार न जाना क्योंकि अंत हीं आरंभ है... अन्तः अस्ति प्रारम्भ: शुभरात्रि 61 views16:26