मोहब्बत के शहर का आबोदना छोड़ दोगे क्या, जुदा होने के डर से दिल लगाना छोड़ दोगे क्या, ज़रा सा वक़्त क्या गुजरा चहरों पर उदासी है, गमों के खौफ से तुम मुस्कुराना छोड़ दोगे क्या। 16.5K viewsᴋɪɴɢ, 06:44