2021-04-20 12:49:28
पीएम मोदी के नेतृत्व में लिया गया अहम फैसला, 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी नागरिकों का होगा टीकाकरणप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक दिन पहले हुई बैठक में 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। बता दें, प्रधानमंत्री ने दवा निर्माताओं और शीर्ष डॉक्टरों के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल से सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को टीका लगवाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व रिकॉर्ड गति से लोगों का टीकाकरण कर रहा है और हम इसे और अधिक गति के साथ जारी रखेंगे।
सरकार निर्माताओं की कर रही है पूरी मदद केंद्र सरकार ने सोमवार को यह निर्णय लिया कि 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र का प्रत्येक नागरिक कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण करा पाएंगे। गौरतलब हो, कोरोना वैक्सीनेशन के तीसरे चरण के तहत वैक्सीन निर्माता 50 फीसदी वैक्सीन की डोज केंद्र सरकार को देंगे, जबकि 50 फीसदी राज्य सरकारों या फिर खुले बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे।
पीएम मोदी के निर्देशों के अनुसार, भारत सरकार प्रत्येक निर्माता के साथ नियमित संपर्क में है। विभिन्न साइट पर कई टीमें भेजी गई हैं। सरकार उनकी आवश्यकताओं को समझकर अनुदान एवं अग्रिम भुगतान के द्वारा वैक्सीन उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित कर रही है।
अभी तक प्राथमिकता के आधार पर चरणों में हो रहा था टीकाकरणभारत की राष्ट्रीय कोविड -19 टीकाकरण रणनीति अनुसंधान और विकास, विनिर्माण, व्यवस्थित एवं रणनीतिक प्रशासन और सतत निर्माण क्षमता पर बनाई गई है। भारत उपलब्धता के आधार पर एक गतिशील मैपिंग मॉडल का पालन कर रहा है और प्राथमिकता के आधार पर चरणों में टीकाकरण अभियान चला रहा है। राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान का पहला चरण 16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया था। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों, स्वास्थ्य देखभाल श्रमिकों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए। दूसरे चरण की शुरुआत 1 मार्च से हुई थी, जिसमें देश 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
कोविड टीकाकरण कार्यक्रम का उदारीकृत और त्वरित चरण है थर्ड फेजअपने तीसरे चरण में, राष्ट्रीय वैक्सीन अभियान का उद्देश्य वैक्सीन मूल्य निर्धारण और वैक्सीन कवरेज को बढ़ाना है। यह वैक्सीन उत्पादन और उपलब्धता को बढ़ाने के साथ-साथ वैक्सीन निर्माताओं को अपने उत्पादन में तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके साथ नए टीके निर्माताओं (घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय) को आकृष्ट करना भी इसके लक्ष्यों में से एक है। यह मूल्य निर्धारण, खरीद, पात्रता और टीके के प्रशासन को भी सभी के लिए सुगम कर देगा।
1 मई 2021 से लागू होने वाले राष्ट्रीय कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम की उदारीकृत और त्वरित चरण 3 की रणनीति के मुख्य तत्व इस प्रकार हैं: -
(i) वैक्सीन निर्माता अपनी मासिक सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी (CDL) की 50% खुराक सरकार को आपूर्ति करेंगे। वे शेष 50% की आपूर्ति राज्य सरकार एवं खुले बाजार को करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
(ii) निर्माता 1 मई 2021 से पहले राज्य सरकार और खुले बाजार में 50% आपूर्ति के लिए पारदर्शी रूप से मूल्य की अग्रिम घोषणा करेंगे और इस मूल्य के आधार पर राज्य सरकारें, निजी अस्पताल, औद्योगिक प्रतिष्ठान आदि निर्माताओं से वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराएंगे। निजी अस्पतालों को कोविड -19 वैक्सीन शेष 50% आपूर्ति से प्राप्त करनी होगी। निजी टीकाकरण प्रदाता पारदर्शी रूप से अपने स्व-निर्धारित टीकाकरण मूल्य की घोषणा करेंगे। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग टीकाकरण के लिए योग्य होंगे ।
(iii) पहले की तरह टीकाकरण जारी रहेगा। टीकाकरण केन्द्रों पर एचसीडब्ल्यू, एफएलडब्ल्यू और 45 साल से ऊपर के लोगों को मुफ्त में टीका प्रदान किया जाएगा।
(iv) सभी टीकाकरण (भारत सरकार और भारत सरकार के अलावा अन्य) राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। सभी के लिए प्रोटोकॉल, जैसे कि कोविन एप पर अपना नाम दर्ज करना, एइएफआई रिपोर्टिंग तथा अन्य सभी निर्धारित मानदंडों का पालन करना अनिवार्य होगा।
(v) भारत सरकार अपने हिस्से से, संक्रमण की हद (सक्रिय कोविड मामलों की संख्या) और प्रदर्शन (प्रशासन की गति) के मानदंडों के आधार पर राज्यों / संघ शासित प्रदेशों को टीके आवंटित करेगी। इस मापदंड में वैक्सीन के अपव्यय पर भी विचार किया जाएगा। उपरोक्त मानदंडों के आधार पर, राज्यवार कोटा तय किया जाएगा और राज्यों को पहले से ही सूचित किया जाएगा।
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