“हम बहुत ही छोटा सोचते हैं, जैसे कुएं के अन्दर का मेंढक। वह सो | Hindi Quotes Daily
“हम बहुत ही छोटा सोचते हैं, जैसे कुएं के अन्दर का मेंढक। वह सोचता है कि आसमान सिर्फ उतना ही बड़ा है जितना कि कुएं के ऊपर दिख रहा है। अगर वह बाहर आए, तो उसे एक पूर्णतया अलग परिदृश्य दिखेगा।”माओ त्से तुंग
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