बाबा साहब की मूर्ती ख़रीदने वाले बहुत है, लेकिन जब तक बाबा साहब की किताबों के खरीदार नही होंगे तब तक समाज मानसिक रूप से नहीं बदलेगा।V.K 240 viewsविकाश कुमार, 07:51