250. "__________चार चरण वाला सममात्रिका छंद है इसके प्रत्येक चरण में 28 मात्राएँ होती हैं और इसमें 16 तथा 12 मात्राओं पर यति होती है।" परिभाषा किस छंद की है?
248."दूसरों को उपदेश देने वाले दुनिया में बहुत हैं। परन्तु ऐसे लोग कम हैं,जो स्वयं को उपदेश देते हैं और स्वयं को सुधारते हैं।अधिकांश व्यक्ति स्वयं बुराइयों से घिरे रहते हैं लेकिन औरों को ठीक रहने की सलाह देते हैं।ऐसे लोगों का जीवन छल-कपट से परिपूर्ण होता