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फखरुद्दीन अली अहमद फ़ख़रुद्दीन अली अहमद का जन्म 13 मई, 1905 क | Utkarsh Ramsnehi Gurukul

फखरुद्दीन अली अहमद
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद का जन्म 13 मई, 1905 को पुरानी दिल्ली के हौज़ क़ाज़ी इलाक़े में हुआ था। इनके पिता का नाम 'कर्नल जलनूर अली अहमद' और दादा का नाम 'खलीलुद्दीन अहमद' था।
वर्ष 1928 में इंग्लैंड से विधि में डिग्री प्राप्त करने के पश्चात् फखरुद्दीन अली अहमद वापस भारत लौट आए और पंजाब उच्च न्यायालय में वकील के तौर पर नामांकित हुए।
कालांतर में उन्होंने अपने गृह राज्य असम के गुवाहाटी उच्च न्यायालय में वकील के तौर पर कार्य करना प्रारंभ किया और जल्द ही वे अपनी प्रतिभा की बदौलत उच्चतम न्यायालय में बतौर वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में कार्य करने लगे।
वर्ष 1931 में फखरुद्दीन अली अहमद ने अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली।
वर्ष 1938 में जब असम में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी तो फखरुद्दीन अली अहमद को वित्त एवं राजस्व मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया।
उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और कई अवसरों पर जेल भी गए।
महात्मा गाँधी के नेतृत्व में जब सत्याग्रह आंदोलन शुरू हुआ तो फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने भी उसमें भाग लिया। इस कारण अंग्रेज़ सरकार ने इन्हें 13 अप्रैल, 1940 को गिरफ्तार करके एक वर्ष के लिए जेल में डाल दिया। रिहा होने के कुछ समय पश्चात् इन्हें सुरक्षा कारणों से पुन: गिरफ्तार कर लिया गया तथा इन्हें अप्रैल, 1945 तक साढ़े तीन वर्ष जेल भुगतनी पड़ी।
वर्ष 1952 में फखरुद्दीन अली अहमद को राज्यसभा सदस्य चुना गया।
24 अगस्त, 1974 को फखरुद्दीन अली अहमद ने भारत के पाँचवें राष्ट्रपति के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
वे मृत्युपर्यंत राष्ट्रपति पद पर बने रहे; 11 फरवरी, 1977 को राष्ट्रपति भवन में हृदयाघात के कारण उनका देहांत हुआ।