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महाराजा करणी सिंह महाराजा करणी सिंह का जन्म 21 अप्रैल, 1924 | Utkarsh Ramsnehi Gurukul

महाराजा करणी सिंह
महाराजा करणी सिंह का जन्म 21 अप्रैल, 1924 को बीकानेर, राजस्थान में हुआ था।
करणी सिंह ने निशानेबाज़ी की शुरुआत अपने पिता स्वर्गीय महाराजा शार्दुल सिंह की देखरेख में की।
करणी सिंह की शिक्षा दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में तथा बम्बई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से हुई तथा उन्होंने बम्बई विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की डिग्री भी हासिल की। उनकी थीसिस का विषय था- ‘द रिलेशन हाउस ऑफ़ बीकानेर विद सेंट्रल पॉवर्स फ़्रॉम 1465 टू 1949’।
करणी सिंह ने अपने निशानेबाज़ी के यादगार लम्हों को एक पुस्तक के रूप में भी प्रस्तुत किया, जिसका नाम है- ‘फ़्रॉम रोम टू मॉस्को’।
वे वर्ष 1952 से वर्ष 1977 तक संसद के सदस्य रहे।
करणी सिंह ने ‘क्ले पीज़न ट्रैप तथा स्कीट’ प्रतियोगिता में 17 वर्षों तक राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती।
उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया और विश्व चैंपियनशिप में ‘रजत पदक’ भी जीता।
करणी सिंह देश के ऐसे पहले शूटर थे, जिन्हें भारत में पहली बार वर्ष 1961 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया गया।
दिल्ली में ऐतिहासिक तुगलकाबाद किले के पास स्थित डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज का नाम उनके नाम पर रखा गया।
4 सितंबर, 1988 को उनका निधन हो गया।