वस्तुनिष्ठ प्रश्न : टॉप 5 आज के लिए UGC NET हिंदी साहित्य | हिंदी साहित्य / Hindi Sahitya 🌟
वस्तुनिष्ठ प्रश्न : टॉप 5 आज के लिए
UGC NET हिंदी साहित्य एवं उनसे जुड़े तथ्य
6. नमस्ते (Namaste) को संस्कृत में क्या कहते हैं?
(A) नमत
(B) नमेरू
(C) नमस्कार:
(D) नमनम्
Explanation : नमस्ते को संस्कृत में नमस्कार: कहते हैं। संस्कृत शब्द नमस् सदैव प्रामति, अभिवादन, प्रणाम, पूजा में प्रयुक्त होता है। नमस्कार पुल्लिंग शब्द है। नमस्कार के समानार्थी शब्द अभिवादन, प्रणाम, सलाम, वंदना आदि है। संस्कृत (Sanskrit) विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। इसी से आधुनिक भारतीय भाषाएँ हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली आदि उत्पन्न हुई हैं। भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत को भी सम्मिलित किया गया है। यह उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने इसे देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव दिया था।
7. सुमित्रानंदन पंत को ज्ञानपीठ पुरस्कार किस रचना पर मिला था?
उत्तराखंड हाईकोर्ट पीए परीक्षा 2019
(A) लोकायतन
(B) वीणा
(C) चिदम्बरा
(D) पल्लव
Explanation : सुमित्रानंदन पंत को ज्ञानपीठ पुरस्कार चिदम्बरा कविता संग्रह पर 1968 में मिला था। यह संग्रह उनकी काव्य-चेतना का उत्कृष्ट परिचायक है, उसमें 'युगवाणी' से लेकर 'अतिमा' तक की रचनाओं का संचयन है, जिसमें 'युगवाणी, 'ग्राम्या', 'स्वर्ण-किरण', 'स्वर्णधूलि', 'युगपथ', 'युगांतर', 'उत्तरा', 'रजतशिखर', 'शिल्पी', 'सौवर्ण और 'अतिमा' की चुनी हुई कृतियों के साथ 'वाणी' की अंतिम रचना 'आत्मिका' भी सम्मिलित है। समित्रानंदन पंत हिंदी में छायावाद युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। उनका जन्म अल्मोड़ा जिले के कौसानी नामक ग्राम में 20 मई, 1900 को हुआ
8. पुलिस का क्या अर्थ है?
Explanation : पुलिस शब्द का अर्थ ‘आरक्षी’ अथवा ‘आरक्षक’ होता है। जो विनम्र, आज्ञाकारी, जिम्मेदार, बुद्धिमान, साहसी और दक्ष होता है। आरक्षी शब्द प्रचलन में न होकर 'पुलिस' शब्द ही प्रचलित है। एक अच्छी पुलिस की कल्पना करें, तो 'Police' शब्द के प्रत्येक अक्षर का यह अर्थ लगाया जा सकता है–
P = Polite विनम्र
O = Obedience आज्ञाकारी
L = Liability जिम्मेदारी
I = Intelligent बुद्धिमान
C = Courageous साहसी
E = Efficient दक्ष
9. उपकार का विलोम शब्द क्या है?
(A) कल्याण
(B) अपकार
(C) नेकी
(D) आभार
Explanation : उपकार का विलोम शब्द अपकार है। अपकार का पर्यायवाची शब्द है- अहित, अमंगल, अनिष्ट, हानि, बुराई, अनुपकार, द्रोह, द्वेष, दुष्क्रिया, मंदकर्म। जबकि अपकारी का पर्यायवाची शब्द है- कुकर्मी, अनर्थकारी, अहितकारी, अनिष्ठसाधक, बुरा करने वाला, दुष्टबुद्धि, कुबुद्धि, पीड़क। किसी शब्द का विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्द को विलोम शब्द कहते हैं। सरल भाषा में कहा जाए तो एक-दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले विलोम या विपरीतार्थक शब्द कहलाते हैं। विपरीतार्थक शब्दों को प्रतिलोमार्थक, विपर्यायवाची और विलोम शब्द भी कहते हैं। विलोम शब्दों की रचना कभी पूर्णतया कोई भिन्न शब्द विपरीत अर्थ में प्रयुक्त होती है और कभी मूल शब्द में ही उपसर्ग लगाकर विरोधी अर्थ देने वाले शब्द बना लिए जाते हैं।
10. दुकान को संस्कृत में क्या कहते हैं?
(B) तित्तरी
(A) आपणः
(C) तारक
(D) विपणि
Explanation : दुकान को संस्कृत में आपणः कहते हैं। मंडी को भी आपणः कहा जाता है। आपणः (आणप्+घञ्) पुल्लिंग शब्द है। जबकि व्यापारी, सौदागर, दुकानदार को संस्कृत में विपणिन् कहते है। यह भी पुल्लिंग शब्द है। संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। इसी से आधुनिक भारतीय भाषाएँ हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली आदि उत्पन्न हुई हैं। भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत को भी सम्मिलित किया गया है। यह उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने इसे देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव दिया था।
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