कुछ नए और उपयोगी तथ्य जो गाइडों में नहीं मिलेंगे। किन्तु परीक्षा में आएंगे "उद्दात्तता" काव्य का मूल स्रोत्र है - लोंजाइनस त्रासदी का लक्ष्य है - भावों का विरेचन एवम यथार्थ का ज्ञान "कला आशयजन्य नहीं है" - अरस्तू चौपाई में 16 मात्राएं, दोहा और सोरठा में 24 मात्राएं, उल्लाला में 28 मात्राएं एवम हरिगीतिका में भी 28 मात्राएं होती हैं। दण्डक किसे कहते हैं - वर्ण वृत्त में 26 वर्ण से अधिक वाले दण्डक कहलाते हैं। "स्वछंद छंद में आर्ट ऑफ म्यूजिक नहीं मिल सकता, वहां आर्ट ऑफ रीडिंग है, वह स्वर प्रधान नहीं व्यंजन प्रधान है" - निराला मुक्त छंद की कल्पना हिंदी में विधिवत किस युग में प्रारम्भ हुई - छायावाद लीव्स ऑफ द ग्रास पुस्तक किसकी है - वाल्ट व्हिटमैन छंद में लय क्या है - लय एक संयत व्यवस्था है जो स्वर के आरोह-अवरोह से उत्पन्न होती है। छंदशास्त्र को अन्य किस नाम से जानते हैं - पिंगलशास्त्र दोषों के लक्षणों का विवेचन सर्वप्रथम किसने किया - वामन "मुख्यार्थ का जिससे अपकर्ष हो वह दोष है" - मम्मट "गुण काव्य की संपत्ति अर्थात सौंदर्य विधायक तत्व और दोष उसकी विपत्त्ति अर्थात सौंदर्य विघातक तत्व है" - दण्डी 1.4K views05:44