सुविचार:- “सुख दुख तो अतिथि है, बारी बारी से आएंगे, चले जाएंगे यदि वह नहीं आएंगे तो, हम अनुभव कहां से लाएंगे। ” – अज्ञात 268 viewsAryan | आर्यन, 00:30