तेरी चाहतों की ख़ुशबू क़ायम है मेरे सांसों की रवानी में, सोचता हूँ,तेरे क़िरदार बिन बचता ही क्या है ज़िंदगानी में। 13.6K viewsᴋɪɴɢ, 08:49