लिखना था कि खुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम, मगर कमबख्त... आंसू हैं कि कलम से पहले ही चल दिए। 7.7K views𝓢𝓱𝓪𝔂𝓻𝓲 , 00:49