सुप्रभात RPSC स्कूल व्याख्याता -इतिहास -नया पाठ्यक्रम -विश् | santveer sir
सुप्रभात RPSC स्कूल व्याख्याता -इतिहास -नया पाठ्यक्रम -विश्लेषण #भाग_1 नया पाठ्यक्रम ..पुराने वाले पाठ्यक्रम से तुलनात्मक रुप से विस्तृत है ...और निश्चित ही इस प्रकार का पाठ्यक्रम अपने विषय के प्रति गंभीर होकर तैयारी करने वालों के लिए अति उत्तम है । विभाजन की बात करें तो पहले मनोविज्ञान सहित पांच भाग थे -प्राचीन ,मध्यकाल ,आधुनिक भारत, विश्व इतिहास और मनोविज्ञान ।अब भाग हो गये है छः - राजस्थान का इतिहास मिलाकर। सबसे बड़ा सवाल ...कितने कितने प्रश्न प्रत्येक भाग में से आने वाले हैं ... इस सम्बन्ध में कोई निर्देश शायद ही आधिकारिक रुप से आयेगा ...क्योंकि पाठ्यक्रम की संरचना वही है ...बस पाठ्य सामग्री में परिवर्तन किया गया है ... 1.-मनोविज्ञान के पहले की तरह 30 सवाल मानकर चलें ।
120 प्रश्न का बंटवारा अनुमानत: इस प्रकार रहने वाला है ... 2.प्राचीन भारत में से पहले 40 से 45 सवाल आते थे ...यानि इतिहास के चारों भागों में से सबसे अधिक ...और यह परम्परा बदलने वाली नहीं है क्योंकि पाठ्यक्रम में सबसे अधिक बिन्दु इसी भाग के है तो ...इस बार 28-30 प्रश्न मानकर चलें । 3.मध्यकालीन भारत में से 20-22 प्रश्न । 4.आधुनिक भारत में से 20-22 प्रश्न। 5.विश्व इतिहास में 35 के लगभग या इससे अधिक प्रश्न आते रहे हैं ....इस बार प्राचीन विश्व का भाग पूरी तरह हटा दिया गया है और आधुनिक विश्व में कुछ नये बिन्दु जोड़े गये है तो कुल मिलाकर सवालों के अनुपात में थोड़ी कमी होने वाली है यानि अब 22-24 प्रश्न मानिये । 6.राजस्थान के अभ्यर्थियों को फायदा मिले अधिकतम ....इस हेतु राजस्थान का इतिहास जोड़ा गया है ....इस भाग में से अनुमानत: 20-22 प्रश्न मानिए । कहां से क्या पढ़ें ....किन बिन्दुओं पर ज्यादा ध्यान दें .... अगली पोस्ट में चर्चा