2022-05-23 13:22:00
जैव विविधता (अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस (22 मई)
हर वर्ष 22 मई को 'अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
वर्ष 2022 की थीम है- "सभी जीवन के लिये साझा भविष्य का निर्माण " (Building a shared future for all life)
वर्ष 2010 को जैव विविधता का अंत राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया
संसार का सर्वाधिक जैव विविधता वाला मरुस्थल उत्तरी पश्चिमी थार का मरुस्थल
राजस्थान में जैव विविधता संरक्षण हेतु जापान के सहयोग से "जायका" योजना संचालित की जा रही है
जैव विविधता दशक 2011 से 2020 घोषित किया गया है
भारत में कुल बायोस्फीयर रिजर्व क्षेत्र 18
राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण बोर्ड की स्थापना 2003 में
जैविक खेती वाला प्रथम राज्य सिक्किम
सर्वप्रथम जैविक खेती वाला राजस्थान का जिला डूंगरपुर
राजस्थान का पहला जैविक गांव दादिया गांव जयपुर
जैव विविधता उद्यान कोटा में
जैव विविधता विरासत स्थल आंकल जैसलमेर ,केवड़ा उदयपुर ,नाग पहाड़ अजमेर ,मनसा झुंझुन
बड़ोपल,हनुमानगढ़ में राजस्थान की दूसरी बर्ड सेंचुरी स्थापित की जा रही है , पहली बर्ड सेंचुरी केवलादेव भरतपुर में स्थित है ।
रेगिस्तानी वन्य प्रजातियों को एक ही स्थान पर रखने के लिए डेजर्ट जू बीछवाल, बीकानेर में बनाया जा रहा है।
जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध साबेला जलाशय में डूंगरपुर में स्थित है।
राज्य में देश का पहला मोर अभयारण्य झुंझुनू में प्रस्तावित है।
राज्य का पहला मत्स्य अभयारण्य बड़ी तालाब उदयपुर में है।
राज्य का पहला गो अभयारण्य नापासर बीकानेर में स्थापित किया गया है।
राज्य का पहला गिद्ध संरक्षण क्षेत्र जोहड़बीड बीकानेर में प्रस्तावित है।
राज्य का पहला गदर्भ अभयारण्य डूंडलोद झुंझुनू में स्थापित हुआ है।
राज्य का पहला बियर रेस्क्यू सेंटर नाहरगढ़ जयपुर में स्थापित हुआ है।
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