मनुष्य जीवन का लक्ष्य श्रीलक्ष्मी और श्रीनारायण के समान सर्वगुण सम्पन्न 16 कला सम्पूर्ण सम्पूर्ण निर्विकारी मर्यादा पुरुषोत्तम बनना।और ऐसा बनने की सहज (आसान) विधि है राजयोग 523 views00:37