हरि: शरणम्।
बनाया है जिसने कृपा करके हमको।
उन्हीं के रहेंगे, उन्हीं के भले हैं ।।
उन्हीं का यशोगान करते रहेंगे ।
कि जिनकी कृपा से फूले फले हैं ।।
।। महारस पूरन प्रगट्यो आनि ।।
श्री ऋषि पंचमी महोत्सव एवं श्री सद्गुरू पूजन की अनन्त बधाइयां ।
जय गोमाता जय गोपाल।