'जिस प्रकार दीपक दूसरी वस्तुओं को प्रकाशित करता है और अपने स्व | प्रेरक सूक्तियाँ
"जिस प्रकार दीपक दूसरी वस्तुओं को प्रकाशित करता है और अपने स्वरूप को भी प्रकाशित करता है, उसी प्रकार अंत करण दूसरी वस्तुओं का भी प्रत्यक्ष करता है और अपना भी प्रत्यक्ष करता है।"
- डॉ. सम्पूर्णानन्द, पूर्व राज्यपाल (राजस्थान)
Dr. Sampurnanand | #Anthkaran