2022-02-26 18:53:30
यूक्रेन कि लोगों के साथ संपूर्ण संवेदनाओं के रहते हुए भी भारत को इतिहास से सीख लेते हुए रूस को केवल शांति संदेश देना चाहिए ना की कड़ी निंदा करके रूस चीन और पाकिस्तान को नजदीक लाने का मार्ग खोलना चाहिए। यूक्रेन ने भी भूतकाल में अपनी कई जरूरतों और परिस्थितियों के हिसाब से भारत के विरुद्ध फैसले लिए हैं जैसे -
1 न्यूक्लियर टेस्टिंग के समय
2 कश्मीर के समय
3 UNO सिक्योरिटी काउंसिल में परमानेंट मेंबरशिप के लिए
और 4 पाकिस्तान को हथियार सप्लाई करते समय
अतः इस समय भारत को भी स्वदेशी नागरिकों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए मध्यम मार्ग अपनाना चाहिए।
2.5K viewsMaths by prakash Awasthi sir ( kanpur waala), 15:53