आज कुछ कहना है, ध्यान से पढ़िएगा। आपको हमेशा ये जानने की चाहत | Plus target
आज कुछ कहना है, ध्यान से पढ़िएगा।
आपको हमेशा ये जानने की चाहत रहती है ना, कि आपके आशीष सर की उम्र क्या है। और मैं हमेशा इस सवाल का कुछ उल्टा पुल्टा जवाब देकर निकल लेता हूं।
लेकिन मैं आज बता ही देता हूं - मैं उस उम्र का हूं जिस उम्र में ज्यादातर लड़के लड़कियां अपने करियर बनाने में लग जाते हैं। कुछ लोग एमबीए कर रहे होते हैं, कुछ सरकारी नौकरी की तैयारी, तो कोई किसी कंपनी में।
आज जब खुद को देखता हूं तो लगता है मेरी राह आप लोगो से थोड़ी अलग है और सोचता हूं ये मैं कहां आ गया हूं। आज इंस्टाग्राम पर मुझे ऐसे ऐसे मैसेज आए जहां पर आप लोगों ने अपना दिल खोलकर मेरे सामने रख दिया, और इनकी संख्या हजारों में हैं। मैं इस फीलिंग को शायद शब्दों में कभी बयां ही नही कर सकता।
काश ऐसा होता की आपके इस प्यार को शायद संभाल के कहीं डिब्बों में रख लेता और इत्र की खुश्बू की तरह इनको धीरे धीरे रोज थोड़ा थोड़ा करके महसूस करता। मैने वाकई नहीं सोचा था आपसे इतना प्यार मिलेगा। मैं बहुत इमोशनल आदमी हूं और आज मैसेजेस पढ़ते पढ़ते न जाने कितनी बार ही आंसू पोछने पड़ गए।
जैसे जब हजार किलोमीटर पहाड़ चढ़ के जो सुंदर व्यू मिलने की खुशी होती है ना, बस उसको दो से गुणा करके जो आता है - उतनी खुशी होती है मुझे। कहां एक छोटा सा नादान शांत सा वो लड़का आशीष, और आज जिंदगी ने देखो मतलब कहां लाके खड़ा कर दिया है, मुझे आशीष सर बना दिया।
बहुत, बहुत, बहुत धन्यवाद। आपके बिना ये संभव नहीं था। आपको मैं बता नहीं सकता कितना आभारी हूं मैं आपका। मेरे अच्छे बुरे सारे वक्त में आप साथ रहे हैं और सच कहूं तो जितना आपको मुझसे पढ़ के खुशी मिलती है उतनी ही मुझे आपको पढ़ा के मिलती है। वैसे तो आपको नालायक बोल देता हूं मगर आपको जितना मैने सिखाया उतना आपसे सीखने को भी मिला है।
कोई मुझे गुरु मानता है, कोई दोस्त, कोई मार्गदर्शक, लेकिन मेरे लिए आप सब मेरा परिवार हो।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
भगवान आप सब को ढेर सारी सफलता दे।