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किसी ने मुझे समझा नही हर बार समझाया गया महज़ कपड़ों पे जमीं धूल | Reel Hub‼️

किसी ने मुझे समझा नही हर बार समझाया गया
महज़ कपड़ों पे जमीं धूल सा हर बार उड़ाया गया

बहा दी थी आंखों से हर बूंद अश्कों की हमनें
महज़ दरिया के पानी
जैसा... Read full post

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एक दिन तो मिलेगी मंजिल प्यार की
लगा ले read more