2022-02-26 16:01:25
वो मेहंदी लगे हाथ दिखा के रोई
मैं किसी और की हूँ वो ये बता के रोई
मैं बोला कौन है वो खुशनसीब
वो मेहंदी से लिखा हुआ नाम दिखा के रोई
कहीं ग़म से फट ना जाये जिगर मेरा
वो हँसते हँसते मुझे हँसा के रोई
दिल ना टूटे उसका ग़म-ए-इजहार में
मैं भी रोया वो भी आँख से आँख मिला के रोई
उसने जाना जब मेरे रोने का सबब
अपने आँसू मेरी हथेली पे सजा के रोई
जब भी देखा उसे हँसते हुए देखा
वक़्त-ए- हर खुशी को वो भूला के रोई
दिल ने चाहा उसे जी भर के देख लूँ
वो मेरी आँखों की प्यास को बुझा के रोई
कभी कहती थी कि खलनायक मैं नहीं जी पाऊँगी तुम बिन
और आज फिर वो ये बात बार बार दोहरा के रोई
I miss you someone special
༄ᶦᶰᵈ᭄✿𝒌𝒉𝒂𝒍𝒏𝒂𝒚𝒂𝒌
262 views➳ᴹᴿ᭄𝑲𝒉𝒂𝒍𝒏𝒂𝒚𝒂𝒌 , 13:01