2021-05-08 16:47:21
कुछ बातें अधूरी हैं, कहना भी ज़रूरी है, बिछड़ना मजबूरी था,मिलना भी ज़रूरी है।दिल के बंजर पड़े मकान में,इश्क की बूंदें पड़ना भी ज़रूरी है,धड़कन रुक न जाए कहीं, सांसों को समझना भी ज़रूरी है।
2021-04-30 14:25:16
इंसान का जीवन गिटार की तरह है...ज़रा सोचिए कि शरीर, मन, आत्मा, घर, व्यापार,और समाज में से ऐसा कौन सा तार है! जिसे अब तक नजरअन्दाज कर रहे थे सारे तारो में संतुलन बैठाइए आप सफलता के संगीत का पूरा आनंद ले सकेगे..