•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟• तुम्हीं रूठ कर तुम्ही को सोचते रहना... मुझे तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं आता... 𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 480 viewsⁿᵉᵉᵗᵘ ʳᵃʲᵖᵘʳᵒʰⁱᵗ , 17:08