•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟• रोज लेके बैठती हूँ. चाय का एक और कप इंतजार में होना भी साथ होना होता होगा 𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 422 views𝓝𝓮𝓮𝓽𝓾 𝓡𝓪𝓳𝓹𝓾𝓻𝓸𝓱𝓲𝓽, 10:27