हमेशा सीखते रहें… मनुष्य में एक ऐसा ख़ास गुण है, जो उसे बाक़ी | Indian Hindi Motivation
हमेशा सीखते रहें…
मनुष्य में एक ऐसा ख़ास गुण है, जो उसे बाक़ी प्राणियों से भिन्न बनाता है और जिस गुण के बल पर वह आज महाबली बन गया है।
वह गुण है—सीखना (learning)
यह इंसान की सीखने की भूख ही है,
जो उसे निरंतर नये आविष्कार करने, निरंतर आगे बढ़ने और कुछ नया सुधार करने को प्रेरित करती है।
एक बच्चे में भी बचपन से ही सीखने की ज़बरदस्त प्रवृत्ति होती है और वह अनुकरण (imitation) से तेज़ी से चीज़ों को सीखता है।
इस तरह सीखने की यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है और हमारी सोच के आयामों का विस्तार होता जाता है।
हम अपने परिवार, दोस्तों, शिक्षकों, पास-पड़ोस, आस-पास के पर्यावरण, अख़बार, पत्रिकाएँ, इंटरनेट, साहित्य, विज्ञान, खेल-कूद—सबसे निरंतर सीखते ही जाते हैं और दिन-प्रतिदिन परिपक्व (mature) होते जाते हैं।
इसीलिए सफलता और उसके बाद के सुदीर्घ कैरियर में सफलता के लिए एक वैचारिक परिपक्वता और निरंतर सीखने का जज़्बा बेहद ज़रूरी है।
Jᴏɪɴ @Indian_Hindi_Motivation