2023-06-11 17:46:24
साथियों,
नेट/जे.आर.एफ की तैयारी….।
UGC नेट/जे.आर.एफ की परीक्षा, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के लिए अर्हता या यूँ कहे कि विश्वविद्यालयी अध्यापन की पहली सीढ़ी होती है। सभी विद्यार्थियों का एक सपना होता है कि वो विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन करें। इसी सपने को साकार करने के लिए तथा नेट/जे.आर.एफ (हिंदी) की परीक्षा में सफल होने के लिए आप सबके बीच अपना अनुभव साझा कर रहा हूँ…।
बहुत साथियों के मुझे मैसेज आ रहे हैं कि इस परीक्षा को कैसे पास किया जाए, यह एक बड़ी परीक्षा है तो इसकी तैयारी करना ठीक रहेगा या नहीं, कोचिंग कहाँ से लूँ……आदि। तो साथियों, मैं आप सबके बीच अपने अनुभव के साथ-साथ एक मानक तैयारी की रूपरेखा रख रहा हूँ यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है इसे हम कुछ बिंदुओं में देखेंगे…।
1. UGC नेट/जे.आर.एफ की परीक्षा कठिन नहीं बल्कि लगातार 3 महीने पढ़ने की परीक्षा है तो ये बात दिमाग़ से निकाल दीजिए कि ये एक बड़ी परीक्षा है। जो 3 महीने लगातार 5 घंटे की पढ़ाई करेगा उसका Jrf निश्चित है।
2- पुस्तकें:-
पेपर 1-
kvs मदान की पुस्तक (शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता)
पुराने वर्षों के प्रश्न पत्र (उपकार पब्लिकेशन)
पेपर 2 (हिंदी) -
:-गोविंद पांडेय (साहित्य का वस्तुनिष्ठ इतिहास,
:-Dristi पब्लिकेशन की पुस्तक (हिंदी साहित्य: ugc नेट/जे.आर.एफ
:-पुराने वर्षों के प्रश्न पत्र (लगभग 5 वर्षों के); उपकार पब्लिकेशन
नोट- बहुत गहराई में पढ़ना या समझना हो तभी “आचार्य रामचंद्र शुक्ल की पुस्तक हिंदी साहित्य का इतिहास और रामस्वरूप चतुर्वेदी की पुस्तक हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास” को पढ़ें।
2- पिछले वर्ष के प्रश्न-पत्र ज़रूर पढ़े/समझे/रटें/याद करें।****
3- हिंदी पढ़ने के साथ-साथ समझने/रटने का भी विषय है इसलिए रचनाओं के नाम, रचाओं के सन्, कवियों के क्रम आदि समय-समय पर पढ़ते, समझते और रटते रहें।
4- रोज़ कम-से-कम हिंदी के 100 प्रश्न हल करें साथ ही प्रश्न-पत्र 1 के भी 50 प्रश्न हल करें। (प्रश्न, पुराने वर्ष के प्रश्न-पत्र हो तो सबसे बढ़िया)
5- एक ऐसा नोट्स तैयार करें जिसे याद करना ज़रूरी हो जिसमें रचनाओं और लेखकों के क्रम हो और उसे रोज़ सुबह चाय के साथ घोट जाएँ।
6- पढ़ते समय syllabus को ध्यान में रखें तथा पाठ्यक्रम में लगे हुए नाटक, कहानी, उपन्यास, निबंध, आलोचना, काव्य को पढ़ते रहें, इसको पढ़ लेने से Jrf निश्चित है और अगर Dristi की पुस्तक से पढ़ते हैं तो नेट निश्चित है और Jrf की प्रबल सम्भावना है। मैं अपनी तैयारी के दौरान रोज़ रात में एक कहानी पढ़ कर सोता था, कहानी के बाद निबंध, काव्य…. पढ़ा।
7- हिंदी साहित्य में गद्य खंड को ठीक से पढ़ें और समझें क्यूँकि साहित्य के 100 प्रश्नों में से लगभग 60 प्रश्न गद्य खण्ड से पूछे जाते हैं।
8- हिंदी व्याकरण के मुश्किल से 2 या 3 प्रश्न रहते हैं जिसने से एक प्रश्न विदेशज शब्द से तथा दूसरा रुढ़, यौगिक, योगरुढ़ से होते हैं। हिंदी नेट/जेआरएफ़ के लिए व्याकरण की जगह साहित्य पर समय दें।
9- नेट/जेआरएफ के लिए किसी भी कोचिंग की ज़रूरत नहीं है। बिना किसी कोचिंग के आप जेआरएफ निकाल लेंगे।
10- नेट/जेआरएफ़ की परीक्षा वर्ष में दो बार होती है। अतः आप अपने पोस्ट ग्रैजूएशन प्रथम वर्ष के बाद कभी भी और कितनी भी बार दे सकते हैं वैसा आप सबका प्रथम प्रयास में ही निकलेगा अगर 3 महीने पढ़ देते हैं।
11- जेआरएफ़ निकलने के बाद अगर आप Phd में एडमिशन लेते हैं तो लगभग 40,000 प्रति माह मिलेंगे और नेट निकालने पर लगभग 8000 मिलेंगे। साथ ही कुछ ही वर्षों बाद आप डॉक्टर साहब/साहिबा बन जाएँगे।
12- नेट/जेआरएफ की सफलता के बाद आप भारत के किसी भी राज्य में सहायक प्राध्यापक (Assistant professor) की परीक्षा के लिए अर्हता रखने लगेंगे।
मुझे लगता है कि मैंने नेट/जेआरएफ़ (हिंदी) की परीक्षा से समबंधित सभी पहलुओं पर बात की है फिर भी किसी का कोई प्रश्न हो तो समूह में या मुझे मैसेज के माध्यम से पूछ सकता हैं।
हेमन्त सिंह
@hemant_singh_ji
अग्रिम शुभकामनाएँ।
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