“किसी ने नहीं नापा है, कवियों ने भी नहीं, कि मानव हृदय में कितना कुछ समा सकता है।”ज़ेल्डा फिट्ज़्गेराल्ड, उपन्यासकार (1900-1948) @hindiquotesdaily 53 views01:30