ईद मुबारक। आज तक जो भी हुआ उसको भुला देना है, आज से तय है कि | "हिंदी"Books Library
ईद मुबारक।
आज तक जो भी हुआ उसको भुला देना है, आज से तय है कि दुश्मन को दुआ देना है। आ मेरे भाई फिर एक बार गले से लग जा, फिर कभी सोचेंगे क्या लेना है क्या देना है। उस्ताद वाली आसी #EidMubarak