*मनुष्य की चाल धन से भी बदलती* *है और धर्म से भी बदलती है..* *जब धन संपन्न होता है तब अकड़* *कर चलता है, और जब धर्म संपन्न होता है,* *तो विनम्र होकर चलता है..!!* *जिंदगी भले छोटी देना मेरे भगवन्..* *मगर देना ऐसी -*, Create by. Er. Ambesh Sharma 1.0K viewsशीलम परम भूषणम , 03:55