ख़ुद्दार ! क्लिनिक में आये मरीज़ के बेहद गरीब रिश्तेदार की हाल | हिंदी मंच - सकारात्मक भाव
ख़ुद्दार !
क्लिनिक में आये मरीज़ के बेहद गरीब रिश्तेदार की हालाकि सारी उम्मीदें ख़त्म हो चुकीं थी पर उसके चेहरे पर घोर संतुष्टि भी पसरी थी ।
डॉक्टर साहब ने मरीज़ को दिलासा दिया " अभी और चले दवाई ! टेम लगे पर ठीक हो जे तुमाई लुगाई "
मरीज ने बड़े इत्मीनान से कहा , " डाकसाब अब कौनो चिंता नही ! हमाये पास अकेली बकरी थी सो बो भी गिरवी धर दयी इलाज की ख़ातिर ! गाँव मे कोई हमसे जे नही कह सकत कि लुगाई के इलाज में हमने कौनो कोरकसर छोड़ दयी ! "